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सरकार की विफलताओं पर उठे सवाल, जनता ने एकजुट होकर दी आतंक के खिलाफ आवाज |
अरवल। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 28 निर्दोष लोगों की मौत और कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की घटना से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। इस जघन्य हमले के विरोध में आज अरवल जिले में भाकपा–माले के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा एवं कैंडल मार्च का आयोजन किया गया।
यह कैंडल मार्च स्वतंत्रता सेनानी पार्क से शुरू होकर महावीर चौक तक गया, जहां बड़ी संख्या में नागरिक, बच्चे और पार्टी कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी तरह परशादी इंग्लिश गांव में भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ।
भाकपा–माले के राज्य स्थायी समिति सदस्य एवं अरवल विधायक महानंद सिंह ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमला एक बार फिर दर्शाता है कि कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की ओर से किया जा रहा ‘शांति और विकास’ का दावा पूरी तरह खोखला है। आम नागरिकों, प्रवासी मजदूरों और अब पर्यटकों पर हो रहे हमले चिंता का विषय हैं।
महानंद सिंह ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि जब सरकार को अपनी विफलताओं की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी, तब भाजपा नफरत फैलाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि “भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल से हमले के चंद घंटों बाद ही सांप्रदायिक नफरत फैलाने वाले कार्टून और पोस्ट प्रसारित किए गए, जबकि हमले में शहीद होने वालों में मुस्लिम नागरिक भी शामिल थे। सैयद हुसैन जैसे बहादुरों की शहादत को मीडिया और सरकार दोनों ने नजरअंदाज कर दिया।”
कार्यक्रम में भाकपा–माले के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे, जिनमें रविंद्र यादव, सुएब आलम, टूना शर्मा प्रमुख हैं। वहीं परशादी इंग्लिश में रामकुमार वर्मा, पूर्व मुखिया अशोक वर्मा, हरेंद्र दास, चांद गोविंद, उगरेश पटेल और टीपन सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।
भाकपा–माले ने इस मौके पर केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस विफलता के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।