अरवल: अरवल जिले के दिल्ली पब्लिक स्कूल ने हिंदुस्तान ओलंपियाड परीक्षा में 22 बच्चों के चयन के साथ जिले का नाम रोशन किया है। इस सफलता से विद्यालय परिसर में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। दिल्ली पब्लिक स्कूल, जो शिक्षा के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, ने न केवल पढ़ाई में बल्कि अन्य शैक्षिक गतिविधियों में भी बच्चों को हर संभव सहयोग प्रदान किया है।
स्कूल के शिक्षक और प्रबंधन हमेशा बच्चों की व्यक्तिगत जरूरतों को समझते हुए उन्हें उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने की दिशा में काम करते हैं। यहां के अध्यापक न केवल पढ़ाई में कमजोर बच्चों के साथ विशेष ध्यान देते हैं, बल्कि उनकी मानसिकता को समझकर उन्हें प्रोत्साहित भी करते हैं। विद्यालय में छात्रों को अध्ययन के साथ-साथ खेल, सांस्कृतिक गतिविधियां और अन्य कौशलवर्धन कार्यक्रमों में भी भाग लेने का मौका मिलता है, जिससे उनका सर्वांगीण विकास होता है।
दिल्ली पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने समाज सेवा की मिसाल पेश करते हुए 25 अनाथ बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का भी प्रावधान किया है। उनका मानना है कि शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है और यह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
विद्यालय की इस पहल से अरवल जिले में शिक्षा की दिशा और दशा को नया मोड़ मिलेगा। दिल्ली पब्लिक स्कूल न केवल जिले के बच्चों के लिए बल्कि दूर-दूर से आए बच्चों के लिए भी एक बेहतरीन शिक्षा केंद्र बन चुका है। जिले में इस तरह के स्कूलों को बढ़ावा मिलना चाहिए ताकि और भी बच्चे इस तरह की गुणवत्ता वाली शिक्षा का लाभ उठा सकें।
इस सफलता के साथ दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रतिष्ठा और भी मजबूत हुई है, और यह विद्यालय जिले के लिए एक प्रेरणा बन चुका है।