प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 120वां एपिसोड बिहार के अरवल जिले से प्रसारित हुआ। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला किसान, युवा और छात्र शामिल हुए, जिन्होंने इसे गंभीरता से सुना और महत्वपूर्ण भागीदारी की।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को चैत्र नवरात्रि और भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए की। उन्होंने इसे भारत की सांस्कृतिक विविधता का अद्भुत उदाहरण बताया और कहा कि विक्रम संवत् 2080 का आरंभ हो चुका है। पीएम मोदी ने बताया कि 13 से 15 अप्रैल के बीच देशभर में विभिन्न त्योहारों का उत्साहपूर्ण माहौल रहेगा।
गर्मियों के मौसम पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों को नया शौक अपनाने और अपने हुनर को निखारने का अवसर बताया। उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों के लिए कई प्लेटफॉर्म्स उपलब्ध हैं, जहां वे नया सीख सकते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने बच्चों को स्वयंसेवी गतिविधियों और सेवा कार्यों में भाग लेने का भी सुझाव दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'माई भारत' स्टडी टूर के बारे में भी चर्चा की, जिसमें युवा यह जान सकते हैं कि हमारे जन औषधि केंद्र कैसे काम करते हैं। आंबेडकर जयंती पर पदयात्रा में भाग लेने और संविधान के मूल्यों के प्रति जागरूकता फैलाने की बात भी उन्होंने की।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय पारंपरिक खेलों की बढ़ती लोकप्रियता पर चर्चा की और कहा कि ये खेल अब मुख्यधारा की संस्कृति का हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने बच्चों को पर्यावरण से जुड़ी गतिविधियों, नाटक और स्पीच जैसी समर एक्टिविटी में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री ने योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि यह भारत की ओर से मानवता को दिया गया अमूल्य उपहार है। उन्होंने 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का उल्लेख करते हुए बताया कि इस साल का विषय 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' होगा।
इस कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष रामविनय शर्मा, प्रदेश परिषद सदस्य ई. संजय कुमार, जिला उपाध्यक्ष सत्येन्द्र विश्वकर्मा, संजीत सिंह, गिरेन्द्र कुमार और अन्य पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल हुए।