अरवल में सर्दी का सितम जारी है और ठंड के चलते शाम होते ही चौक-चौराहों पर सन्नाटा पसर जाता है। लेकिन इस ठंड का सबसे ज्यादा असर सड़क पर काम करने वाले श्रमिकों, रिक्शा चालकों और ठेला-खोमचा लगाने वालों पर पड़ रहा है। ठिठुरन के कारण इन लोगों के लिए काम करना बेहद कठिन हो गया है।
सर्दी से बचने के लिए लोग लकड़ी के टुकड़े, कागज, कार्टन और यहां तक कि पुराने टायर भी जला रहे हैं, लेकिन यह उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी स्तर पर अब तक किसी भी प्रकार के अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे उनकी समस्याएं और बढ़ गई हैं।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि शीघ्र ही जिले के विभिन्न हिस्सों में बाजार सहित सभी प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए, ताकि सर्दी से राहत मिल सके।