अरवल: 2 जनवरी 2025 को इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष और जिला परिषद अरवल शाह शाद के नेतृत्व में अरवल भाकपा माले कार्यालय से मशाल जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में शामिल नेताओं ने बीपीएससी 70वीं परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ भी अपना विरोध दर्ज कराया। शाह शाद ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रवैया छात्रों के प्रति असंवेदनशील है, जिससे छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
इस अवसर पर शाह शाद ने 3 जनवरी को मुख्यमंत्री का घेराव करने के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संकल्प लिया। उन्होंने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि बीपीएससी 70वीं परीक्षा की पीटी को रद्द किया जाए और जल्द ही नई तारीखों की घोषणा की जाए। शाह शाद ने यह भी कहा कि पेपर लीक और परीक्षा माफिया तंत्र को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
प्रदर्शन में शाह फराज, सहेंद्र कुमार, गब्बर कुमार, सरफराज आलम, और धर्मेंद्र कुमार सहित कई प्रमुख नेता शामिल थे।
आंदोलनकारियों की निम्नलिखित प्रमुख मांगें कीं:
1. बीपीएससी की 70वीं PT परीक्षा को रद्द किया जाए।
2. पेपर लीक और परीक्षा माफिया तंत्र को समाप्त किया जाए।
3. लाठीचार्ज के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
4. आंदोलनकारी छात्रों को तुरंत रिहा किया जाए।
5. मृतक अभ्यर्थी सोनू कुमार के परिवार को 5 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शनकारियों ने नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और छात्र आंदोलन को समर्थन देने का संकल्प लिया।