बिहार में HIV संक्रमितों की संख्या बढ़कर लगभग 88 हजार हो गई है। इस गंभीर समस्या को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जानकारी दी और बताया कि इन संक्रमितों को इलाज देने के लिए बिहार सरकार ने 31 ARIT केंद्रों के माध्यम से मुफ्त उपचार की व्यवस्था की है। इसके अलावा, एड्स से प्रभावित परिवारों को सहयोग देने के लिए बिहार सरकार हर साल 130 करोड़ रुपये खर्च करती है, ताकि वे एक स्वस्थ और बेहतर जीवन जी सकें।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में HIV/एड्स की रोकथाम के लिए लगातार बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि एड्स के प्रसार को रोका जा सके और संक्रमित व्यक्तियों को उचित इलाज मिल सके, जिससे उनका जीवन बेहतर हो सके।
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इस कदम से राज्य में HIV संक्रमितों के लिए एक नई उम्मीद जगी है, और यह कदम एड्स के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
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