बिहार में 2025 में होने वाली जनगणना की तैयारी तेज़ी से शुरू हो चुकी है। राज्य में शहरी क्षेत्र तेजी से फैल रहे हैं, जिससे 14 साल पहले हुई जनगणना की तुलना में शहरी ब्लॉकों (ईबी) की संख्या में वृद्धि होगी। बिहार में इस जनगणना के लिए करीब 5 लाख कर्मी तैनात किए जाएंगे।
हाल ही में हुई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पिछले 15 सालों में बिहार में जितनी जनसंख्या बढ़ी है, उतनी जनसंख्या दुनिया के 160 देशों की कुल आबादी से भी अधिक है! यह आंकड़ा राज्य के विकास और बढ़ती आबादी को दर्शाता है।
राज्य में चल रहे इस बड़े अभियान में सभी सरकारी एजेंसियाँ जुटी हुई हैं, ताकि डेटा एकत्र करने का काम पूरी पारदर्शिता और सटीकता के साथ हो सके। 2025 की जनगणना से राज्य की शहरीकरण की स्थिति, जनसंख्या वृद्धि और विकास योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण आंकड़े प्राप्त होंगे।
क्या इस जनगणना से बिहार को मिलने वाले संसाधनों और योजनाओं में बदलाव आएगा? यह सवाल अब सबके मन में है।
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