क्रिसमस का त्यौहार दुनियाभर में खुशी और उमंग के साथ मनाया जाता है, और इस दिन को खास बनाने के लिए लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिसमस ट्री सजाने की परंपरा की शुरुआत कैसे हुई थी?
यह परंपरा 722 ईसवी से जुड़ी एक प्रचलित कहानी से है। जर्मनी में एक समय कुछ लोग एक बड़े ओकट्री के नीचे एक बच्चे की बलि देने की योजना बना रहे थे। जब सेंट बोनिफेस को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने प्रभु का नाम लेकर उस विशाल पेड़ को कुल्हाड़ी से काट दिया। इस कटे हुए स्थान पर एक फर ट्री या सनोबर का पेड़ उग आया, जिसे पवित्र और दैवीय माना गया। यही पेड़ क्रिसमस के प्रतीक के रूप में प्रसिद्ध हुआ और तब से ही इस परंपरा की शुरुआत हुई, जब लोग क्रिसमस के दिन अपने घरों में फर ट्री को सजाने लगे।
समय के साथ, यह परंपरा अन्य देशों में भी फैल गई और आज पूरी दुनिया में लोग अपने घरों में रंग-बिरंगे सजे हुए क्रिसमस ट्री के साथ इस पर्व को मनाते हैं।
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