बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के मुसलमानों से अपील की है कि वे इधर-उधर न जाएं और उनके विकास के लिए किए गए कार्यों को समझें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने मुसलमानों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और विपक्ष ने सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए उन्हें इस्तेमाल किया।
सीएम नीतीश ने विशेष रूप से मदरसों और उनके शिक्षकों का जिक्र किया, जहां मदरसों को सरकारी मान्यता दी गई है और उनके शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर सैलरी दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने सभी वर्गों—हिंदू, मुस्लिम, अपर कास्ट, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित और महादलित—के लिए समान रूप से विकास कार्य किए हैं।
नीतीश कुमार का यह बयान प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के बीच उनकी सरकार के प्रति विश्वास को और मजबूत करने के उद्देश्य से आया है। इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसर प्रदान करती है, ताकि हर एक नागरिक का विकास हो सके।
सीएम नीतीश के इस बयान से बिहार में राजनीति गर्मा सकती है, क्योंकि इस समय राज्य में मुस्लिम मतदाताओं के बीच विपक्ष और सत्ताधारी गठबंधन के बीच तकरार जारी है।
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