अरवल – अरवल जिला समाहरणालय सभा कक्ष में विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर एक ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। उप विकास आयुक्त अरवल के निर्देशन में 'हमारा शौचालय - हमारा सम्मान' अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया है, जो न केवल बुनियादी स्वच्छता को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम है, बल्कि यह ग्रामीण समुदाय को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का माध्यम भी बनेगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने दीप जलाकर इस अभियान की शुरुआत की, जिसमें शिक्षा, प्रशासन तथा समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा, "हम सबका शौचालय केवल एक भवन नहीं, बल्कि हमारे सम्मान का प्रतीक है। इसे बनाना और रखना हमारी जिम्मेदारी है। हमें इसे अपने घर के जितना ही महत्व देना होगा।"
इस अभियान का उद्देश्य न केवल गाँव में शौचालयों का निर्माण करके स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि इसे समाज के सभी तबकों में स्वच्छता और व्यक्तिगत हाइजीन के एक सशक्त विचार के रूप में स्थापित करना भी है। उप विकास आयुक्त ने सभी उपस्थित जनों से अपील की कि वे इस अभियान का समर्थन करें और अपने आस-पास का वातावरण स्वच्छ बनाने के लिए सक्रिय रूप से भाग लें।
कार्यक्रम में कई स्थानिय स्कूलों के बच्चों ने 'स्वच्छता थीम' पर नाटक और प्रस्तुतियाँ दी, जो दर्शकों का दिल जीतने में सफल रहे। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे अपने इलाक़े में स्वच्छता को बढ़ावा देंगे और इसके लिए तैयार रहेंगे।
अरवल जिले में इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशा की जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह पहल कितनी दूर तक जाती है और अब हमारा शौचालय वास्तव में हमारे सम्मान का प्रतीक बनता है या नहीं!
क्या हम सब अपने शौचालय को सम्मान का प्रतीक बनाने के लिए तैयार हैं? जवाब देने का समय आ गया है। #हमारा_शौचालय_हमारा_सम्मान #स्वच्छ_भारत #विश्व_शौचालय_दिवस