शिक्षकों की आपत्ति का केंद्र सरकार द्वारा स्थापित की गई नई ट्रांसफर प्रक्रिया रही, जिसने कई शिक्षकों को मानसिक उत्पीड़न का सामना करने पर मजबूर कर दिया है। इस अनूठे विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने भाग लिया, जिन्होंने अपने हाथों में जलती हुई मोमबत्तियाँ और पोस्टर थामे एकजुटता का संदेश दिया।
इस विराट जुलूस का नेतृत्व कर रहे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव राजीव कुमार उर्फ अनय सिंह ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, "हम अपनी आवाज़ उठाने के लिए यहां हैं! हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारी आवाज़ को सुना जाए और इस अन्यायपूर्ण प्रक्रिया को हराया जाए। हम अपने बच्चों और समाज के भविष्य के लिए खड़े हैं।"
क्षणभर को भीड़ की चकाचौंध में, सरकारी नीतियों पर सवाल उठाते हुए शिक्षकों ने "हमारी मांगें, हमारी शिक्षा" और "निष्पक्ष ट्रांसफर, हमारा हक" जैसे नारे लगाए। शिक्षकों का यह जुलूस न सिर्फ स्थानीय जनता का ध्यान खींचा, बल्कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया, जहां प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो तेजी से फैल रहे हैं।
संघ के सदस्यों ने एक मजबूत संदेश दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। अब देखना यह है कि इस जनआंदोलन का परिणाम क्या होगा और क्या सरकार उनकी आवाज़ को सुन पाएगी।
एक टिप्पणी भेजें